- दलित हिंसा को लेकर हुई दलित महापंचायत
- 6 दिन बाद खत्म हुई भूख हड़ताल
आज़मगढ़ । आज़मगढ़ के रौनापार थाने के पलिया गांव में हुए पुलिसिया उत्पीड़न के खिलाफ स्थानीय रिक्सा स्टैंड परिसर में कांग्रेस के नेतृत्व में छ: दिन से चल रहे उपवास सत्याग्रह का सोमवार को समापन हो गया। महाराष्ट्र के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत, उदितराज और पंजाब सरकार कैबिनेट मंत्री राजकुमार वैरका के हाथों जूस पीकर प्रदेश संगठन सचिव अनिल यादव, प्रदेश सचिव संतोष कटाई, यूथ कांग्रेस जिला अध्यक्ष अमर बहादुर यादव, एनएसयूआई सचिव मंजीत यादव और विशाल दुबे ने उपवास सत्याग्रह खत्म किया। इसके बाद एक महासभा दलित पंचायत का आयोजन किया गया।
दलित पंचायत को संबोधित करते हुए अजय कुमार लल्लू ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हर लड़ाई लड़ने को तैयार है। पूरे प्रदेश में दलितों पिछड़ों की लड़ाई को मजबूत किया जाएगा। नीतिन राउत ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह कांग्रेस पार्टी के आंदोलन की जीत है कि पलिया में दलित परिवार की कुछ मांगो को जिला प्रशासन ने पूरा किया है , फिर भी इस लड़ाई को और व्यापक बनाना है।
इसी क्रम में सभा को संबोधित करते हुए अनिल यादव ने कहा कि शोषित परिवार के इन्साफ के लिए 6 दिन ही नहीं 60 दिन की भी भूख हड़ताल करनी होती तो करता । हमारे लिए यह लड़ाई स्वाभिमान की है। आज़मगढ़ को सपा ने चारागाह बना दिया। अब यह नहीं चलेगा। कांग्रेस जल्द ही आज़मगढ़ से दलित स्वभिमान यात्रा निकालेगी। इस सरकार में बड़ी बड़ी बातें हो रही है, खाशकर दलितों और पिछड़ो को लेकर लेकिन मैं इस दलित पंचायत में आप से पूछना चाहता हूँ जब हाथरस में एक बच्ची से बलात्कार होती है तो यही जातिवादी भेड़िये क्या बोलते है । ये कहते हैं कि लडकी चरित्रहीन रही होगी । भीम कथा के दौरान एक पांच साल के बच्चे का हाथ तोड़ दिया जाता है क्योंकि वह दलित होता है, उम्भा मे दो तीन बिस्वे की जमीन की लडाई लड़ते हैं तो वहां ग्यारह आदिवासियों को मार दिया जाता है। उनका क्या गुनाह था , बस यही कि वे सभी दलित थे । कांग्रेस इनके इन्साफ के लिए हमेशा से संघर्ष करती आई है और करती रहेगी ।
बता दें कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्यवाही और ग्रामीणों पर दर्ज फ़र्ज़ी मुकदमें की वापसी जैसी मांगों को लेकर लगातार आंदोलनरत थे। छठवे दिन उपवास सत्याग्रह के समापन पर दलित पंचायत का आयोजन किया गया था ।