चंदौली । बबुरी थाना क्षेत्र के अकोढवा गांव निवासीनी डाली मौर्या प्रकरण में रोज नया मोड़ आता जा रहा है जिससे उस की मौत की गुत्थी उलझती जा रही है । इस मामले मे जहां सोनभद्र पुलिस ने अपने क्षेत्र में ऐसी किसी घटना के लिए सिरे से नकार दिया है , वहीं चंदौली पुलिस की भूमिका पर प्रश्न चिन्ह लगने लगा है ।
शुक्रवार को डाली मौर्या के दादा रघुनंदन मौर्य और बडे पिता रामलाल मौर्य ने वाराणसी पहुंच पुलिस महानिदेशक को ज्ञापन दिया तथा किशोरी की मौत को संदिग्ध बताते हुए एफ आई आर दर्ज कराने की माग की । उन्होंने अपने ज्ञापन में डाली के साथ गाव के कुछ रसूखदारों के द्वारा जघन्यतम अपराध किए जाने की बात कही है । डाली के दादा रघुनंदन मौर्य ने पुलिस महानिदेशक को दिए ज्ञापन मे कहा है कि मेरी पोती के मौत की सूचना मुझे गाव वालो के द्वारा मिली । जब मै अपने परिवार के साथ गाव के बासवाडी के पास पहुंचा तो डाली मृत अवस्था में चकिया ब्लाक प्रमुख शिवेन्द्र सिंह के गाड़ी में मिली । उन्होने कहा कि लड़की मर चुकी है इसको लेकर प्रवाहित कर दे । मुझे संदेह हुआ कि उसके साथ बलात्कार हुआ है । इस लिए हमने उसका अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया । जिस प्रकार डाली के माता इन्द्रावती, पिता कमलेश व बहन लाली ने पुलिस के सामने बयान दिया है , उसमे और सोनभद्र पुलिस के बयान मे बिरोधाभास है । मुझे आशंका है कि मेरे गांव के एक व्यक्ति अजय पाठक के घर में ही शिवेन्द्र सिंह की मदद से घटना को अंजाम दिया गया है । इस मामले में किशोरी के पिता कमलेश, माता इंद्रावती व बहन लाली की भी मिलीभगत है । साथ ही बड़े-बड़े लोगों द्वारा मेरे परिवार पर दबाव बनाकर इस मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है । ज्ञापन में रघुनंदन मौर्य ने घटना में शामिल लोगों द्वारा परिवार को हानि पहुंचाए जाने की आशंका भी व्यक्त की । उन्होंने संबंधित अधिकारियों द्वारा मामले की उच्च स्तरीय जांच कराते हुए परिवार के जान माल की हिफाजत के लिए माग की है ।