जयपुर Abhayindia.com राजस्थान के नए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का जीवन कृषि कार्यों से शुरू हुआ। लिहाजा जीवन भी चुनौतीपूण्र हालात में गुजरा। इस दौरान एक समय वे दूध भी बेचते थे। राजनीतिक सफर की शुरूआत वर्ष 2000 में हुई। तब वे सरपंच बने थे। वर्ष 2003 में नदबई विधानसभा क्षेत्र से ही विधानसभा का चुनाव सामाजिक न्याय मंच से लड़ा, लेकिन हार गए। सीएम पद से पहले भजनलाल शर्मा करे संगठन में हमेशा मजबूत पकड़ रखने का फायदा मिलता रहा। यही कारण था कि वे वर्ष 2016 से अब तक प्रदेश महामंत्री बने रहे। चार भाई-बहनों में तीसरे नंबर के भजनलाल पिता किशनस्वरूप शर्मा के इकलौते पुत्र हैं।
आपको बता दें कि भजनलाल का पैतृक गांव नदबई विधानसभा क्षेत्र का अटारी है। गांव से निकलने के बाद वे भरतपुर में रिश्तेदार रामेश्वर ठेकेदार के यहां कृष्णा नगर हाउसिंग बोर्ड स्थित आवास पर किराए पर रहते थे। जहां उन्होंने कुछ समय गो पालन किया था।
उनके करीबी बताते हैं कि उनका जीवन हमेशा सादगी भरा रहा। वे जब वर्ष 2009 में भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष बने तो उस समय उन्होंने पहला चौपहिया वाहन खरीदा था। इससे पहले तक वे बाइक से ही सफर किया करते थे। क्योंकि उनका पूरा परिवार कृषि पर ही निर्भर था। कृषि भूमि भी इतनी ज्यादा नहीं थी कि इससे पूरे परिवार का आजीविका का चलाई जा सके।