नई दिल्ली Abhayindia.com देश की तीन राज्यों (राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश) में स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद भाजपा मुख्यमंत्रियों के चयन में जुटी हुई है। इस बीच, पार्टी ने छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में तो विधायक दल की बैठक तय कर दी है लेकिन, राजस्थान में अभी तक बैठक तय नहीं हो पा रही है। हालांकि पार्टी ने सीएम चयन की प्रक्रिया के लिए तीन केन्द्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए है। इसके बावजूद उनकी बैठक तय नहीं हो सकी है। पहले रविवार को विधायक दल की बैठक होने की संभावना जताई जा रही थी लेकिन अब सोमवार या मंगलवार होने की संभावना है।
सीएम पद की प्रमुख दावेदार मानी जा रही पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अब भी दिल्ली में ही डेरा जमाए है। बताया जा रहा है कि एक दिन पहले राजे की केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ भी मुलाकात हुई है। इससे पहले वे पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मिली थी। वहीं, सीएम पद के एक अन्य दावेदार माने जा रहे तिजारा विधायक महंत बालकनाथ का रुख भी सामने आ गया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर बयान पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा है कि ‘पार्टी व प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जनता जनार्दन ने पहली बार सांसद व विधायक बनाकर राष्ट्रसेवा का अवसर दिया। मीडिया व सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं को नजरअंदाज करें। मुझे अभी प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में अनुभव प्राप्त करना है।
इधर, मुख्यमंत्री नहीं बनाने के अशोक गहलोत के बयान पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि 2018 में कांग्रेस कई दिन तक सीएम तय नहीं कर पाई थी। अगर इनकी पार्टी इतनी ही एक है तो अभी तक नेता प्रतिपक्ष क्यों तय नहीं कर पाए हैं।