बिहार भूमि सर्वे का काम इन दिनों काफी तेजी से चल रहा है। गांव-गांव में ग्राम सभाओं के जरिए लोगों को बताया जा रहा है कि आवेदन में क्या-क्या जानकारी देनी जरूरी है। इसके साथ ही जमीन का पूरा ब्योरा देना अनिवार्य है। हालांकि, लोगों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं। यहां हम आपको उन सवालों के आसान और स्पष्ट जवाब दे रहे हैं ताकि आपको सर्वे के दौरान किसी तरह की परेशानी न हो।
भूमि सीमांकन के लिए जरूरी कागजात
जब भी भूमि का सीमांकन किया जाता है, तो इसके लिए कुछ महत्वपूर्ण कागजात की जरूरत होती है। ये कागजात जमीन से जुड़े अधिकारों को साबित करने और भूमि का सही मापदंड तय करने में मदद करते हैं। यहां बिहार में भूमि सीमांकन से जुड़े जरूरी कागजातों की सूची दी गई है:
- खाता और खेसरा नंबर
- रकबा विवरण
- दाखिल ख़ारिज बिहार
- भू नक्शा बिहार
- जमीन का राजस्व रसीद
1. क्या आवेदन के साथ जमीन के कागजात संलग्न करना जरूरी है?
अगर आपके पास जमीन के कागजात मौजूद हैं तो आवेदन के साथ उसकी फोटो कॉपी लगाई जा सकती है। लेकिन अगर कागजात उपलब्ध नहीं हैं, तो भी आप फॉर्म भर सकते हैं। फॉर्म 2 में अपने जमीन khata khasra bihar और रकबा से जुड़ी जानकारी देना जरूरी है। बाद में जब सर्वे अधिकारी जमीन की जांच करने आएंगे, तब आपको जमीन के कागजात दिखाने होंगे। अगर उस समय तक कागजात का इंतजाम हो गया है, तो उन्हें पेश करना जरूरी होगा।
2. जमीन की पूरी जानकारी कहां लिखनी है?
जमीन से जुड़ी पूरी जानकारी आपको फॉर्म 2 में भरनी होगी। इसमें सभी रैयतदार (जमीन के मालिक) अपने हिस्से की जमीन का ब्योरा देंगे। फॉर्म 2 में खाता नंबर, खेसरा नंबर और रकबा जैसी जानकारी का उल्लेख करना जरूरी है। यह फॉर्म ही सर्वे का मुख्य आधार होता है।
3. क्या खेत का मेड़ बनाकर सीमांकन करना जरूरी है?
हां, जमीन के सर्वे के लिए खेत की मेड़ बनाकर सीमांकन करना अनिवार्य है। इससे पता चलेगा कि किस रैयतदार के पास कितनी जमीन है। जब विशेष सर्वेक्षण के अमीन (सर्वे अधिकारी) आपकी जमीन पर आएंगे, तो सही सीमांकन होने से उन्हें वास्तविक जानकारी मिल सकेगी। अगर जमीन की मेड़ बनी होगी, तो सर्वे में किसी तरह की गड़बड़ी होने की संभावना कम हो जाएगी। आप चाहें तो निजी अमीन की मदद से भी अपने खेत का सीमांकन करा सकते हैं।
4. क्या सर्वे के दौरान जमीन के मालिक की उपस्थिति अनिवार्य है?
नहीं, सर्वे के दौरान रैयतदार (जमीन मालिक) का खेत पर मौजूद रहना अनिवार्य नहीं है। अगर आप दूसरे शहर या राज्य में रहते हैं, तो भी आप सर्वे में हिस्सा ले सकते हैं। इसके लिए बिहार सरकार की भूमि सुधार वेबसाइट dlrs.bihar.gov.in पर जाकर ऑनलाइन प्रक्रिया से जुड़ सकते हैं। वहां आपको पूरी जानकारी मिल जाएगी और आप ऑनलाइन सर्वे करा सकते हैं।
भूमि सर्वे से जुड़ी ध्यान देने योग्य बातें
बिहार भूमि सर्वे से सम्बंधित ध्यान देने योग्य बातें मुख्य रूप से निचे वर्णित किये गए हैं :
- फॉर्म 2 में सही जानकारी भरें।
- जमीन का सीमांकन करके अमीन को सही जानकारी दें।
- अगर कागजात नहीं हैं, तो भी घबराने की जरूरत नहीं है, बाद में दिखाए जा सकते हैं।
- ऑनलाइन सर्वे की सुविधा का लाभ उठाएं।
निष्कर्ष
बिहार में जमीन सर्वे का काम तेजी से हो रहा है और इसका उद्देश्य जमीन के मालिकों को उनकी संपत्ति की सही जानकारी देना है। अगर आप भी इस सर्वे में हिस्सा ले रहे हैं, तो ऊपर दिए गए सवाल-जवाब आपकी मदद करेंगे। जमीन के कागजात, सीमांकन और ऑनलाइन प्रक्रिया की जानकारी लेकर आप इस काम को बिना किसी परेशानी के पूरा कर सकते हैं।