चंदौली जिले में पूर्व सांसद रामकिशुन द्वारा जिला पंचायतों के सदस्य के पैरों पर गिरने का वीडियो वायरल होने के बाद तरह-तरह की चर्चाएं होनी शुरू हो गई है।  कुछ सपा के नेताओं का कहना है कि वह बड़े तेवर वाले नेता हैं, पर वह कुछ ऐसा कर जाते हैं, जो पार्टी के हित में होने की जगह उलटा पड़ जाता है।
रामकिशुन यादव का हाई प्रोफाइल ड्रामा, इस से हासिल करना चाहते है जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी
बताते चलें 2015 में जिला पंचायत की कुर्सी पर सपा पार्टी के उम्मीदवार के रूप में इनके पुत्र को टिकट मिला था और लास्ट में चुनाव के दिन सपा द्वारा अपने जिताऊ कैंडिडेट सरिता सिंह को प्रत्याशी बनाकर सीट को हासिल कर लिया गया था। उस पर भी पूर्व सांसद द्वारा नोट पर वोट का बातें कही गई थी, जो कि काफी दिनों तक चर्चा का विषय बनी हुई थी। उसी का एक नजारा अब यह भी देखने को मिल रहा है कि पूर्व जिला पंचायत सदस्य व वर्तमान जिला पंचायत पति राजेश यादव और अजीत यादव के पैरों में गिरने का कार्य पूर्व सांसद रामकिशुन द्वारा किया जा रहा है। वहीं बार-बार पूछा जा रहा है कि कहीं इसमें भी तो नोट फॉर वोट वाली बातें तो नहीं आ गई है, क्योंकि पहले से ही राजेश को लेकर चर्चाएं गर्म थी कि इनके द्वारा विपक्षी से पैसे लेकर अन्य सपाइयों को उनके खेमे में ले जाने का कार्य किया जा रहा है।
इस वीडियो से कहीं ना कहीं स्पष्ट होता जा रहा है कि यह सपा के जीते हुए जिला पंचायत सदस्य सपा पार्टी के कैंडिडेट को वोट ना करने के कारण यह कार्य पूर्व सांसद द्वारा किया जा रहा है और अपने सदस्यों को मनाने के लिए पैर पर भी गिरने की वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है।
वहीं सपाइयों का आरोप है कि नोट फॉर वोट वाली विधि इस चुनाव में कारगर रहेगी, क्योंकि जिला पंचायत के चुनाव में यह परंपरा काफी दिनों चलती आयी है। इसका कोई प्रूफ भले न दे सके, पर जानते सब लोग हैं। इस बात की पुष्टि देने वाला व लेने वाला भले न करे पर इस खेल में शामिल न होने वाले जिला पंचायत सदस्य अक्सर कहा करते हैं।
अब देखना है कि अपने भतीजे को जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी के अरमान को पालने वाले सांसद को क्या करना पड़ता है। इस संबंध में धानापुर सेक्टर नंबर 1 के जिला पंचायत सदस्य के पति से वार्ता हुई तो उन्होंने बताया कि हम सभी 11 जिला पंचायत सदस्य वोट करने की रणनीति के लिए प्रत्याशी को बुलाए थे, लेकिन प्रत्याशी ना आकर यहाँ पूर्व सांसद रामकिशुन यादव जी पहुंच गए और यह सभी ड्रामा करने लगे।
उन्होंने कहा कि हम लोग प्रत्याशी से यह जानना चाहते थे कि चार कम पड़ रहे जिला पंचायत सदस्यों व वोटरों से किस प्रकार की वार्ता हुई है और इस बारे में क्या रणनीति चल रही है। लेकिन इनको इसका जवाब देने के बजाय इस तरह के ड्रामे से सांसद जी क्या दिखाना चाहते हैं इसका जवाब हम लोग कैसे दे सकते हैं। सभी लोग सपा के प्रति वफादार नहीं हैं केवल पूर्व सांसद रामकिशुन यादव जी ही सपा के प्रति वफादार हैं…शायद वह इसी बात का संदेश देना चाहते हैं।इस सभी ड्रामों के बाद भी सपा पार्टी के कार्यालय पर उपस्थित होकर सभी जिला पंचायत सदस्य पार्टी के निर्णय के अनुरूप कार्य करेंगे। हर किसी का लक्ष्य सपा की जीत है पर इस तरह का भरोसा पार्टी उम्मीदवार व उनके परिवार के लोगों को होना चाहिए। ऐसे अविश्वास से ही पार्टी के लोग पाला बदलने को मजबूर हो जाते हैं।

देखिये पैर पड़ने के प्रकरण पर क्या कहतें हैं पूर्व सांसद

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