द्वेषपूर्ण भावना से पीड़ित सरकार द्वारा दैनिक भास्कर व भारत समाचार समूह पर छापेमारी की घटना पर बनारस के सुप्रसिद्ध वरिष्ठ पत्रकार विजय विनीत से ख़ास बातचीत
वाराणसी । विश्व भर में पत्रकारों,नेताओं, न्यायधीशों की पेगासस स्पाइवेयर के जरिये जासूसी के मामले जिसमे भारत के 40 पत्रकारों की सूची सामने आने पर आरोपों से घिरी केंद्र सरकार तथा केंद्र सरकार द्वारा संसद में ऑक्सीजन की कमी से हुए मौत को खारिज करने को लेकर प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के पत्रकारों ने भी निंदा किया है ।
सम्राट अशोक प्रेस क्लब के संयोजक वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक विजय विनीत ने कहा है कि केंद्र सरकार जिस तरह से अपने तंत्र का इस्तेमाल करके भारतीय मीडिया की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है,यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है ।लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर केंद्र सरकार का यह हमला आपातकाल से भी बुरी स्थिति की याद दिला रहा है । दैनिक भास्कर एवं उत्तर प्रदेश के समाचार चैनल भारत समाचार पर जिस तरह इनकम टैक्स के छापे पड़े है ,यह मीडिया की साख पर केंद्र सरकार की ओर से दिया गया एक धब्बा है। इस छापे से यह सिद्ध हो चुका है कि केंद्र सरकार सच को नही देखना चाहती है,जबकि गोदी मीडिया को छोड़कर सच्चे पत्रकारों ने कोरोना काल मे सरकार की दुर्व्यवस्था की जो पोल खोली है ,वह समूचा देश उस समय देख रहा था । हमारी सच्ची पत्रकारिता देश की आवाम को समर्पित है और इस पर किसी भी प्रकार का सेंशरशिप बर्दाश्त नही किया जाएगा ।